हूल दिवस पर अमर वीर शहीदों को याद करते हुए हेमंत सोरेन ने एक्स पर पोस्ट किया उन्होनें सबसे पहले लिखा दिल्ली में नवनिर्मित झारखण्ड भवन में अमर वीर शहीद सिदो-कान्हू की प्रतिमा होगी स्थापित। हूल जोहार!
उसके बाद उन्होंने लिखा संथाल हूल विद्रोह के महानायक अमर वीर शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो और हजारों वीर शहीदों के संघर्ष और समर्पण के पदचिन्हों पर चलने वाले आदरणीय बाबा दिशोम गुरुजी अभी अस्वस्थ हैं। इस कारण मैं इस बार भोगनाडीह की क्रांतिकारी, वीर भूमि पर नहीं आ पाया। लेकिन हूल दिवस हमारे लिए सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं है। हूल दिवस हमारे लिए संकल्प का दिन है, हूल हमारी ताकत है, हूल हमारी पहचान है।आने वाले समय में आदिवासी धर्म कोड, आदिवासी संस्कृति, भाषा, सभ्यता और पहचान के लिए हूल उलगुलान होगा। हूल दिवस पर अमर वीर शहीदों को शत-शत नमन! हूल जोहार! जय झारखण्ड!