गिरिडीह : डुमरी विधानसभा क्षेत्र को पिछले कई दशक से से झामुमो का गढ़ माना जाता रहा है। कहा जाता है कि डुमरी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के लिए सुरक्षित सीट है। पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का लंबे समय तक इस क्षेत्र में दबदबा रहा। यही वजह है कि उनकी मौत के बाद जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी ने उपचुनाव में जीत हासिल कीं। बाद में बेबी देवी भी हेमंत सोरेन और चंपाई सोरेन सरकार में मंत्री बनीं। लेकिन सहानुभूति के रथ पर सवार बेबी देवी को इस बार लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के जयराम महतो ने शिकस्त देकर जीत का परचम लहराया. जयराम महतो ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सह झारखण्ड सरकार में मंत्री रही बेबी देवी को करीब 12 हज़ार मतों से हराया. डुमरी सीट पर तीसरे नंबर पर एनडीए उम्मीदवार यशोदा देवी रही. बताया जाता हैं कि लोकतान्त्रिक क्रन्तिकारी मोर्चा के सुप्रीमो सह डुमरी विधानसभा से पार्टी के उम्मीदवार जयराम महतो को करीब 95 हज़ार मत प्राप्त हुआ. जीत सुनिश्चित होने के बाद प्रमाण पत्र लेने पहुंचे जयराम महतो ने कहा कि यह जीत जनता की जीत हैं. डुमरी विधानसभा क्षेत्र की जनता ने उन्हें शुरू से सर आँखों पर बैठा कर रखा हैं. जनता ने जिस उम्मीद के साथ उन्हें अपना वोट दिया है उसपर वह खरा उतरेंगे.