Saturday, December 14, 2024
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भाजपा को चुनाव के वक्त ही सहारा का याद क्यों आया:  सुप्रियो

रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो )के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि शरदा सिन्हा के निधन से मन व्यथित है। ईश्वर उनकी पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करे।

दुनिया के हर कोने में जहां भी भारतीय रहते हैं, वहां शारदा सिन्हा के छठ की गीत बजती है। शारदा सिन्हा के निधन से मन आहत है। उन्होंने कहा कि अखबारों में बुधवार को एक विज्ञापन देखा । पूरा मामला काला धन का है। विज्ञापन में सहारा के डूबे हुए धन को दिलाने की बात कही गई है।

भट्टाचार्य बुधवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा को चुनाव के वक्त ही सहारा का याद क्यों आया, इसपर चिंतन करना चाहिए। सहारा में निवेश करने वाले लोगों का धन असुरक्षित हो गया। देशभर का यह मामला है और मामला सुप्रीम कोर्ट गया, 29 मार्च 2023 को सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया कि रिफंड पोर्टल पर 5 हजार करोड़ रुपए जमा करवाया गया। 19 जुलाई 2023 को एक पोर्टल लांच किया गया। सीआरसीएस को यह 5 हजार करोड़ देने के लिए कहा गया, 15 से 45 दिन के अंदर आवेदन और भुगतान की बात कही गई। करोड़ों लोगों ने आवेदन भी भर दिया। लेकिन 5 हजार करोड़ रुपए में से 5 रुपए किसी को नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि अमित शाह गृह मंत्री बने विशेष कर कोऑपरेटिव मिनिस्टर बनाया गया। 2024 आ गया, लेकिन किसी को पैसा नहीं मिला। सहारा का सच यह है कि भाजपा 5 हजार करोड़ रुपए खा गयी। चोर की दाढ़ी में तिनका की तरह चोरी पकड़ी गई, इसलिए नारा दिया गया कि सहारा में जमा पैसा नहीं डूबेगा, भाजपा पाई-पाई दिलाएगी। कहां गई मोदी की गारंटी। कीमतों का बढ़ना मोदी की गारंटी है। सहारा का पैसा खाना ही मोदी की गारंटी है। साफ शब्दों में कहना चाहता हूं, ये नारा काला सच है। किसी को भाजपा सहारा में जमा पैसा नहीं दिलाएगी।

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