गिरिडीह : साई धाम मार्ग स्थित बरनवाल सेवा सदन में रविवार को झारखंड प्रदेश बरनवाल वैश्य महासभा का चतुर्थ प्रांतीय अधिवेशन संपन्न हुआ।मुख्य अतिथि कर्नल लालजीत प्रसाद, प्रेम कुमार,प्रदेश अध्यक्ष लखन लाल बरनवाल,प्रदेश अध्यक्ष उ•प्रदेश श्रीकांत बरनवाल,प्रदेश अध्यक्ष बंगाल गोपीनाथ बरनवाल,जयप्रकाश लाल,परमेश्वर मोदी,इंद्रजीत बरनवाल ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर महाराजा अहिबरन जी को माल्यार्पण किया। मंच संचालन राजेंद्र लाल बरनवाल, स्वागत भाषण परमेश्वर मोदी एवं स्वागत गान महिला नगर समिति गिरिडीह ने किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ, शाल एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।झारखंड प्रदेश समाज की एकमात्र स्मारिका चेतना का विमोचन उपस्थित अतिथियों के द्वारा किया गया।
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष लखन लाल बरनवाल ने कहा कि वर्तमान समय में समाज में आई विसंगतियों को दूर करने के लिए एकजुट होना होगा। बरनवाल जाति को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल करने के लिए प्रयास जारी है ताकि आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिल सके।
श्रीकांत बरनवाल ने कहा कि समाज के लोगों को अपनी क्षमता दिखाने की जरूरत है। राजनीति में अपनी पैठ बढ़ाने वाले बंधुओं को तन,मन और धन से सहयोग करें।सामाजिक समन्वयता लाकर लोगों को संगठित करें।
गोपीनाथ बरनवाल ने कहा प्रदेश के पदाधिकारी जिला स्तर पर समन्वय बनाकर समिति का विस्तार करें और प्रदेश में सदस्य बढ़ाने का प्रयास किया जाए।
गणेश प्रसाद बरनवाल ने कहा समाज में परिवारवाद का भाव रखें एवं बच्चों में संस्कार डालें। छोटे बड़े की भावना से ऊपर उठकर सामाजिक कार्य करने पर बल दिया।
प्रदेश युवा अध्यक्ष रविन कुमार ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को समाज की ओर से ऊपर उठाने की जरूरत है।
प्रदेश महिला अध्यक्ष सुषमा सुमन ने मातृशक्ति से कहा कि अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें ताकि आने वाला कल सुनहरा हो।आज समाज में जो बिखराव दीख रहा है इसका एकमात्र कारण बच्चों में संस्कार की कमी है।
मुख्य अतिथि लालजीत प्रसाद ने कहा कि समाज में परिवार भाव को जागृत करने की आवश्यकता है।आज के युवा हमारे भविष्य हैं।समाज निर्माण में युवाओं की भूमिका समाज को विकसित करने में मददगार साबित होगी।सामाजिक कुरीतियों को स्थानीय स्तर पर दूर करने का प्रयास करना चाहिए।बच्चों के चारित्रिक निर्माण में मातृशक्ति की अहम भूमिका होती है।
अधिवेशन को सफल बनाने में प्रदेश कोषाध्यक्ष सुबोध बरनवाल,संजय कुमार बरनवाल,अंबिका प्रसाद बरनवाल,पंचानंद बरनवाल, संजय मोदी,राजन शशि,मनोज कुमार बरनवाल,सीताराम बरनवाल,राकेश रंजन,विनय कुमार एवं युवक संघ के पदाधिकारी एवं सदस्यों की अहम भूमिका रही।