भारत बंद का असर गिरिडीह में भी व्यापक रहा
गिरिडीह : एससी एसटी आरक्षण में वर्गीकरण के विरोध में भारत बंद का असर गिरिडीह में भी व्यापक रहा। भीम सेना एवं समस्त बहुजन समाज के इस भारत बंद आह्वान पर तमाम संगठन JMM कांग्रेस समेत कई पार्टी के नेताओं ने इसे सफल बनाने में जुड़े दिखे। सुबह से बस स्टैंड में तमाम गाड़ियां खड़ी रही। वहीं रेलवे स्टेशन में भी गिरिडीह मधुपुर सवारी रेलगाड़ी का चक्का जाम किया गया।हालांकि इस बंद को भीम सेना व अन्य दलित संगठनों ने बुलाया था। लेकिन गिरिडीह शहरी क्षेत्र में जेएमएम ने मोर्चा संभाला और आंदोलन को गति दी। सुबह से ही जेएमएम नेता व कार्यकर्ता जगह-जगह जमे रहे और इस बंद को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस दौरान जोरदार रूप से धरना प्रदर्शन भी किया गया।
हालांकि कुछ लोगों का कहना था कि भारत बंद का आह्वान सुबह 6 से रात के 8 तक का था।जिसकी वजह से कुछ लोग अगले सुबह अपने गंतव्य तक जाने का फैसला लिया था।लेकिन झामुमो के लोग सुबह तीन चार बजे से ही बंदी करने में लग गए। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। वहीं शहर से सटे उसरी नदी पर बने पुल को जेएमएम कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही जाम कर दिया जिसे आने जाने वाले अवागमन ठप रहा इस बाबत झामुमो के जिला अध्यक्ष संजय सिंह ने भी कहा कि ये लोग सुबह तीन 4:00 बजे से ही बंदी करने में डटे हुए हैं। बता दे कि इस आरक्षण के वर्गीकरण का फैसला सुप्रीम कोर्ट में सुनाया है। लेकिन बंद करने वाले लोग सीधे-सीधे इसे राजनीतिक रंग देते हुए इस मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे थे। कुल मिलाकर बंदी का असर गिरिडीह में व्यापक रहा और लोग इस दौरान परेशान परेशान होते दिखे। वहीं सदर विधायक सुदीब्य कुमार सोनू ने भी इस भारत बंद का समर्थन करते हुए बताया कि बहुजनों के आरक्षण से किसी भी तरह की मनमानी नहीं चलने देंगे भाजपा के लोगों के द्वारा जो मनमानी रवैया किया जा रहा है इसका हम विरोध करते हैं। भारत बंद के समर्थन में झामुमो नेता अभय सिंह, रॉकी सिंह, कृष्ण मुरारी शर्मा, राकेश रंजन, अनवर अंसारी, प्रमिला मेहरा, कांग्रेस नेता सतीश केडिया, नरेश वर्मा, जय भीम सैन के उज्जवल रावण, बी हेंब्रम, ललन दांस, बबलू दास, कृष्ण तूरी सहि