इंदौर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि चुनाव को लेकर मुगालता न पालें, उसे गंभीरता से लें और जमीनी स्तर पर काम करें। रैली-जुलूसों से कुछ नहीं होगा। लोगों से सीधा संपर्क करें, उनकी समस्याएं जाने और हल करने की कोशिश करें। सरकारी योजनाओं का कितना लाभ मिला है, संपर्क अभियान के दौरान लोगों से इसका फीडबैंक लें। उन्हें यह भी बताएं कि राष्ट्रवाद को लेकर कौन सा दल समर्पित है।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा बुधवार को इंदौर में मालवा निमाड़ की पांच लोकसभा सीटों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। करीब डेढ़ घंटे चली बैठक के दौरान उन्होंने चुनाव प्रभारियों से सीधे संवाद किया और अब तक हुई तैयारियों से जुड़े सवाल पूछे। भाजपा अध्यक्ष नड्डा मध्य प्रदेश के अपने दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन बुधवार को पहले उज्जैन पहुंचे और अपने परिवार के साथ भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद शाम को वे इंदौर पहुंचे, जहां पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ली। दो घंटे देरी से शुरू हुई इंदौर क्लस्टर की बैठक में नड्डा ने धार, झाबुआ, इंदौर, खरगोन और खंडवा के भाजपा उम्मीदवार, चुनाव प्रभारी, मंत्रियों से कहा कि मैं भाषण देना नहीं चाहता। आप से संवाद करना है। इसके बाद उन्होंने प्रभारियों से पूछा कि लोकसभा चुनाव के लिए कितनी बैठकें हो चुकी है और क्या कार्ययोजना तैयार की गई है। उन्होंने यह भी पूछा कि लोकसभा क्षेत्रों में कितने चुनाव कार्यालय खुल चुके हैं और विधानसभा स्तर पर कितनी बैठकें हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में जिन बूथों पर हम कमजोर रहे हैं, उसका चिंतन होना चाहिए और कमियों को दूर करें। प्रत्याशियों से उन्होंने कहा कि बूथ को मजबूत करने पर फोकस रखें। हमारा बूथ मजबूत होगा, तभी 400 सीटों का लक्ष्य हासिल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक भी सीट हमें नहीं गंवाना है। पूरी 29 सीटों पर इस बार जीत हासिल होना चाहिए। भाजपा अध्यक्ष ने बैठक में कहा कि इस बार के चुनाव में प्रतिद्वंदी दल नजर नहीं आ रहा है। जनता भी कह रही है कि मोदी लहर है लेकिन कार्यकर्ता अति-आत्मविश्वास में न रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 घंटे काम करते हैं। सवा माह तक हम अपने बूथों पर 15-16 घंटे काम कर लेंगे तो वोट बढ़ाने के लिए तय लक्ष्य को हम पा लेंगे।
कलस्टर के बाद नड्डा ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए। बाद में अलग से मुरैना के पदाधिकारियों को भी बैठक में बुलाया गया और उनसे चर्चा की। बैठक समाप्त होने के बाद नड्डा मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से वे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।