गिरिडीह : अपनी मांगों को लेकर जे एस एल पी एस में कार्यरत जी सीआरपी स्वयं सहायता समूह की महिलाओ ने रविवार को झंडा मैदान में बैठकर अपनी आवाज़ बुलंद की। इसकी अध्यक्षता समूह की अध्यक्ष बबीता देवी ने की। बैठक में मुख्य रूप से कार्य कर रही महिलाओं को लगभग 10 माह से मानदेय नहीं मिला है इसका विरोध किया गया। बताया गया कि मई 2023 से फ़रवरी 2024 तक कुल दस माह से हम सभी महिलाओ को जेएसएलपी द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है जो चिंता का विषय है इस तरह से हम लोगों को अब काफी दिक्कत होने लगी है। बताया गया कि हम सभी महिलाएं अपने-अपने कार्यक्षेत्र में 10:00 बजे से 4:00 तक ड्यूटी करते हुए आ रही हूं लेकिन मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। अध्यक्ष बबीता देवी ने कहीं की कि हम लोग रोजाना सुबह से शाम तक क्षेत्र में घूम-घूम कर गरीबी और सामाजिक विकास के क्षेत्र में काम कर रही हूं। लेकिन लगभग 10 माह से हम लोग का मानदेय को रोक कर रखा गया है। बार-बार मानदेय की मांग करने के बाद भी हम लोगों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। मानदेय नहीं मिलने के कारण आर्थिक स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस दौरान एक आवेदन डीएम एसडी के नाम तैयार किया गया। बैठक में कहा गया कि यदि बकाया मानदेय 20 मार्च तक नहीं दिया जाता है तो हम सभी महिलाएं एकजुट होकर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। बैठक में मुख्य रूप से महिमा देवी ,गुड़िया देवी ,ललिता कुमारी ,सविता कुमारी, रीना कुमारी ,अंजू वर्मा ,राखी कुमारी, रूपा कुमारी, काजल कुमारी ,रेखा देवी सहित सभी प्रखंड की महिलाएं मौजूद थी।