DELHI : टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में उस समय एक नया मोड़ आया, जब व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी ने खुद एक शपथपत्र में कबूल किया कि आरोप बिल्कुल सच हैं, और महुआ मोइत्रा ने ही अपने संसद अकाउंट के लॉग-इन और पासवर्ड शेयर किए थे.
जिस पर महुआ ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर जवाब दिया। महुआ ने लिखा- हीरानंदानी ने जो हलफनामा दिया है वह किसी ऑफिशियल लेटरहेड पर नहीं बल्कि सफेद कागज पर है।
भारत के सबसे सम्मानित/शिक्षित व्यापारियों में से एक वॉइट पेपर पर इस तरह के लेटर पर साइन तभी करेगा जब उसके सिर पर बंदूक रखी गई हो। हीरानंदानी ने कहा था, उनके पास महुआ का लोकसभा का लॉगिन ID और पासवर्ड था। इससे वे खुद ही महुआ की तरफ से सवाल डाल देते थे।
इस पूरे मामले को संसद की एथिक्स कमेटी के पास भेजा जा चुका है और जांच जारी है। उधर महुआ ने दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि की एक याचिका लगाई थी, जिस पर आज ही सुनवाई होनी है।
हीरानंदानी ने यह भी कबूल किया कि महुआ मोइत्रा राजनीति में तेज़ी से तरक्की करने के इरादे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाना चाहती थीं, और इसी वजह से उन्होंने अदाणी को टारगेट किया. हीरानंदानी के अनुसार, PM-अदाणी को टारगेट करने के लिए महुआ लगातार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भी संपर्क में थीं.
उन्होंने कहा है कि महुआ मोइत्रा का व्यवहार ऐसा था कि अगर उन्होंने कुछ करने के लिए कह दिया तो सब कुछ छोड़ कर पहले उनका काम ही पूरा होना चाहिए। उन्होंने बताया है कि महुआ मोइत्रा का स्वभाव हावी हो जाने वाला था और उनका मिजाज दबंग वाला था। बहुअल दर्शन, वो सब कुछ को अर्जेन्ट और संकटपूर्ण बता कर उनके समय को नियंत्रित करती थीं। कारोबारी ने बताया है कि महुआ मोइत्रा के सांसद बनने के बाद कई मौकों पर उन्हें उनकी मेजबानी करने का मौका मिला। इसके बाद वो राष्ट्रीय राजनीति में पहचानी जाने लगीं और कई प्रभावशाली लोगों के संपर्क में आईं।
बकौल दर्शन, महुआ ने उन्हें बताया था कि उन्हें 2 बार राज्यसभा की सीट ऑफर की गई थी लेकिन वो जनता द्वारा चुन कर सांसद बनना चाहती थीं। उन्होंने बताया है कि वो काफी महत्वाकांक्षी थीं और राष्ट्रीय स्तर पर अपने लिए नाम बनाना चाहती थीं और उनके दोस्तों और सलाहकारों ने उन्हें बताया था कि इसके शॉर्टकट है भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले करना। उन्होंने माना है कि पीएम मोदी एक निष्कलंक प्रतिष्ठा वाले व्यक्ति हैं और किसी को भी सरकारी नीतियों, प्रशासन या व्यक्तिगत आचरण पर हमले करने का मौका नहीं देते।
कौन हैं दर्शन हीरानंदानी?
रियल एस्टेट की दुनिया में हीरानंदानी ग्रुप का बड़ा नाम है. हीरानंदानी ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दर्शन हीरानंदानी हैं. दर्शन हीरानंदानी के लिंक्डइन प्रोफ़ाइल के अनुसार, उन्होंने तेज प्लेटफ़ॉर्म, योट्टा इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस और ग्रीनबेस – इंडस्ट्रियल एंड लॉजिस्टिक्स पार्क की स्थापना की है. हीरानंदानी ने न्यूयॉर्क के रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एमबीए और बीएस किया है. दर्शन हीरानंदानी को समूह के रियल एस्टेट व्यवसाय को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने और डेटासेंटर, क्लाउड कंप्यूटिंग, ऊर्जा और औद्योगिक भंडारण और लॉजिस्टिक्स जैसे उभरते क्षेत्रों में विविधता लाने का श्रेय दिया जाता है. हीरानंदानी समूह की स्थापना दर्शन के पिता निरंजन हीरानंदानी और चाचा सुरेंद्र हीरानंदानी ने की थी. यह रियल एस्टेट और निर्माण परियोजनाओं में शामिल है और आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों के विकास के लिए जाना जाता है.