यरुशलम : इजराइली सेना ने गाजा पट्टी के अल शिफा अस्पताल पर कार्रवाई के बाद अब उत्तरी भाग में स्थित इंडोनेशियन अस्पताल को घेर लिया है। इजराइली टैंक अस्पताल के नजदीक गश्त कर रहे टैंक रुक रुककर फायरिंग भी कर रहे हैं। इस फायरिंग में 12 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है।
मिस्र की सीमा के नजदीक बसे रफाह कस्बे पर इजराइली सेना की बमबारी में 14 लोगों के मारे जाने की सूचना है। बंधकों की रिहाई के बदले सीमित समय के युद्धविराम के लिए जारी वार्ता के बीच गाजा में लड़ाई जारी है।
गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर जबालिया में हमास लड़ाकों और इजराइली सेना के बीच भीषण लड़ाई जारी है। वहां पर इजराइली विमानों ने बमबारी भी की है। एक लाख की आबादी वाला शिविर का यह इलाका हमास के प्रभाव वाला है। इस बीच, अल शिफा अस्पताल से निकाले गए 31 समय से पहले पैदा हुए नवजात शिशुओं को पड़ोसी देश मिस्र ले जाया गया है। इन नवजात शिशुओं को मोबाइल इन्क्यूबेटर में रखकर मिस्र के अस्पताल तक पहुंचाया गया है। मिस्र के रास्ते 61 फिलिस्तीनी मरीज तुर्किये पहुंचे हैं, उनका वहां के अस्पतालों में इलाज होगा।
इंडोनेशियन अस्पताल में फायरिंग और गोलाबारी के बीच 700 मरीज भर्ती हैं। इस अस्पताल में भी हजारों की संख्या में बेघर हुए क्षेत्रीय लोगों ने शरण ले रखी है। लड़ाई के बीच वहां का संचार संपर्क टूट गया है। वहां की स्थिति के बारे में इजराइली सेना ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है। वैसे सेना ने अभी अस्पताल में प्रवेश नहीं किया है।
इजराइली सेना के अनुसार, वह केवल हमास के आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बना रही है। लड़ाई में हमास के आमजनों को ढाल बनाए जाने से कठिनाई हो रही है और कार्रवाई में आम फलस्तीनी बेवजह मारे जा रहे हैं। इजराइली सेना ने ताजा लड़ाई में हमास के तीन कमांडरों के मारे जाने की जानकारी दी है।
जानकारी के अनुसार, गाजा के उत्तर-पूर्वी हिस्से के बीत लाहिया कस्बे पर इजराइली सेना ने टैंकों से गोलाबारी की है, इसमें बड़ी संख्या में आमजनों के मारे जाने की खबर है।
सात अक्टूबर से गाजा में जारी इजरायली हमलों में अभी तक 13 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जिनमें से दो तिहाई से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं। हमास के जवाबी हमलों में 65 इजरायली सैनिक मारे गए हैं।
इजराइली सेना ने हमास से जारी लड़ाई के चलते आमजनों से उत्तरी गाजा खाली कर देने के लिए कहा है। इलाके से आठ लाख से ज्यादा लोग दक्षिणी गाजा जा चुके हैं, लेकिन अभी भी कई लाख लोग उत्तरी इलाके में हैं। इन्हीं में से दसियों हजार ने अपने घर छोड़कर विभिन्न अस्पतालों में शरण ले रखी है। वहां पर उन्हें इजरायली हमलों से बचे रहने की उम्मीद नजर आ रही है, लेकिन छह हफ्तों से जारी लड़ाई के बाद अब इन अस्पतालों का भी बुरा हाल है। पानी, बिजली और दवाइयों के अभाव से जूझ रहे इन अस्पतालों तक लड़ाई पहुंच गई है। अब मरीजों का अस्पताल में बने रहना मुश्किल हो रहा है।