भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (रविवार) रीवा में नवनिर्मित एयरपोर्ट का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री प्रह्लाद पटेल शामिल होंगे। जनसम्पर्क अधिकारी शिवप्रसन्न शुक्ल ने बताया कि रीवा एयरपोर्ट परिसर में दोपहर तीन बजे लोकार्पण समारोह आयोजित होगा। प्रधानमंत्री बनारस से वर्चुअल माध्यम से एयरपोर्ट का लोकार्पण करेंगे।
मप्र का छठा एयरपोर्ट
भोपाल, जबलपुर, खजुराहो, इंदौर और ग्वालियर के बाद रीवा मध्य प्रदेश का छठा एयरपोर्ट है, जिसे डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने लाइसेंस दिया है। इसके अंतर्गत यहां से एयरक्राफ्ट आसानी से उड़ान भर सकेंगे। इस एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू होने से प्रदेश के 65 लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। साथ ही रीवा की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों को भी राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे क्षेत्र भी होंगे लाभान्वित
उल्लेखनीय है कि रीवा से मऊगंज, सीधी, सतना, मैहर जिले सीधे जुड़े हुए हैं। इन जिलों के साथ ही उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे लोग भी काम के सिलसिले में रीवा आते हैं। रीवा की आबादी करीब 15 लाख, मऊगंज की 8 लाख, सीधी की 12 लाख, सिंगरौली की 12 लाख और सतना जिले की आबादी 18 लाख है। इन जिलों की जनता को रीवा एयरपोर्ट बनने से सीधा फायदा होगा। एयर कनेक्टिविटी होने से यहां विकास को भी रफ्तार मिलेगी।
निवेश-टूरिज्म को मिलेगा फायदा
लाइसेंस मिलने के बाद अब रीवा एयरपोर्ट पर फ्लाइट का आना-जाना, यात्रियों और कार्गो सुविधा का विस्तार होगा। इस एयरपोर्ट पर एटीआर-72 विमान संचालित किया जा सकता है। एयरपोर्ट के संचालन से एक ओर पर्यटन को फायदा होगा वहीं दूसरी ओर निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।
अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया प्लान
रीवा एयरपोर्ट को अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। रीवा से हवाई यात्रा करने वाले यात्री बिना किसी असुविधा के रीवा एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे। रीवा में पहले से बनाए गए रिंग रोड के चलते सीधी और सतना जिले से यात्रियों का आना-जाना काफी बढ़ गया है। सिंगरौली का पॉवर प्लांट, विंध्य की 29 बड़ी इकाइयां, बेहतरीन हाई-वे, मुकुंदपुर व्हाइट सफारी, बंधावगढ़ नेशनल पार्क, संजय नेशनल पार्क, एशिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट, खूबसूरत जलप्रपात, भगवान श्रीराम की तपोवन भूमि चित्रकूट, मैहर की शारदा मां और सीमेंट के बड़े उद्योग होने से रीवा एयरपोर्ट की महत्वता और भी बढ़ जायेगी।
रीवा एयरपोर्ट – एक नजर में
– 450 करोड़ रूपये की लागत।
– 102 हेक्टेयर भूमि पर निर्मित।
– 30 मीटर चौड़ा और 800 मीटर लंबा रन-वे।
– रन-वे के दोनों तरफ़ 3.5 मीटर के दो शेल्टर।
– टर्मिनल में बैठने की अच्छी व्यवस्थाएँ।
– साफ़-सुथरे शौचालय।
– यात्री सहायता के लिए सूचना डेस्क।
– स्क्रीनिंग उपकरण और प्रशिक्षित कर्मियों से लैस सुरक्षा उपाय।
– यात्री और कार्गो विमान भर सकेंगे उड़ान।
– भोपाल के लिए 72 सीटर विमान सेवाएं शुरू होंगी।
– भविष्य में अन्य बड़े शहरों तक होगा इसका विस्तार।
– जनरेटिव एआई की सुविधा एक्सपेरिमेंट के तौर पर उपलब्ध।