इथियोपिया के हेली-गुब्बी ज्वालामुखी के बड़े विस्फोट का असर भारत तक, दिल्ली-NCR के आसमान में राख और गैसों की परत पहुँचने की आशंका।
Highlights :
- इथियोपिया के हेली-गुब्बी ज्वालामुखी में हजारों साल बाद बड़ा विस्फोट
- सल्फर डाइऑक्साइड और सफ़ेद ज्वालामुखीय राख हवा के ऊपरी हिस्से में पहुंची
- राख की यह परत हरियाणा, दिल्ली-NCR, यूपी और चंडीगढ़ के ऊपर से गुज़रेगी
- ज़मीन पर प्रदूषण के स्तर पर बड़ा असर नहीं, लेकिन उड़ानों पर पड़ेगा प्रभाव
- दिल्ली-NCR में पहले ही AQI बेहद ख़राब, ऊपर से आसमान भी हो रहा भारी
विस्तार
ज्वालामुखी के विस्फोट का असर भारत तक
इथियोपिया के हेली-गुब्बी ज्वालामुखी में हजारों साल बाद हुए शक्तिशाली विस्फोट ने वैश्विक वायुमंडल में हलचल मचा दी है। विस्फोट के बाद बड़ी मात्रा में सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) और सफेद ज्वालामुखीय राख हवा में ऊँचाई पर फैल गई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, हवा के रुख के कारण यह परत अब हरियाणा, दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के ऊपर से गुज़रेग
जमीन पर प्रदूषण में बड़ा असर नहीं, लेकिन खतरा बना
विशेषज्ञ बताते हैं कि ज्वालामुखीय राख बहुत अधिक ऊँचाई (Stratosphere) में है, इसलिए सतह की हवा की गुणवत्ता में बड़ा बदलाव होने की संभावना कम है। लेकिन फिर भी प्रदूषण से पहले ही बेहाल दिल्ली-NCR के लिए यह स्थिति चिंताजनक मानी जा रही है।
उड़ानों पर पड़ेगा सबसे बड़ा प्रभाव
ज्वालामुखीय राख विमान इंजनों के लिए बेहद खतरनाक होती है। इसलिए
- फ्लाइट रूट बदले जा सकते हैं
- उड़ानों में देरी होने की संभावना
- कुछ फ्लाइट्स कैंसिल भी हो सकती हैं
एयरलाइंस को लगातार अलर्ट पर रखा गया है, क्योंकि राख की परत के गुज़रने की सटीक ऊँचाई और घनत्व पर नज़र रखना ज़रूरी है।
दिल्ली-NCR की हवा और आसमान दोनों हुए बोझिल
नीचे जमीन पर जहरीली हवा और ऊपर आसमान में ज्वालामुखीय राख —
दोनों मिलकर दिल्ली-NCR की स्थिति और चुनौतीपूर्ण कर रहे हैं।
लोग लगातार बढ़ते प्रदूषण से परेशान हैं, और अब विमानन क्षेत्र तथा मौसम दोनों पर नई मुश्किलें मंडरा रही हैं।
