Sunday, November 23, 2025
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27 नवंबर को होगा स्वतंत्रता सेनानी बुली महतो की आदमकद प्रतिमा का अनावरण, तैयारी तेज

सोनाहातु में वीर बुली महतो की विरासत को सम्मान देने की तैयारी—सैकड़ों लोग पहुंचे बैठक में

Highlights:

  • 27 नवंबर को भकुवाडीह मोड़ सोनाहातु में प्रतिमा अनावरण
  • मुख्य अतिथि होंगे टाइगर जयराम महतो, पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख
  • कार्यक्रम में राष्ट्रभक्ति थीम पर गीत-संगीत और पारंपरिक नृत्य
  • प्रतिमा अनावरण को लेकर सोनाहातु में सामूहिक बैठक सम्पन्न
  • सुरक्षा, मंच, स्वागत और मीडिया के लिए अलग-अलग उपसमितियां गठित

विस्तार :

झारखंड का इतिहास वीरता, समर्पण और बलिदान से भरा हुआ है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पंचपरगना क्षेत्र के महानायक स्वतंत्रता सेनानी वीर बुली महतो ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ी थी। उनकी स्मृति को जीवंत रखने के लिए 27 नवंबर, 2025 को भकुवाडीह मोड़, सोनाहातु में उनके आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सोनाहातु में सेवानिवृत्त शिक्षक ठाकुर दास महतो की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक का संचालन रंजीत महतो ने किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और आयोजन की रूपरेखा

बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में

  • टाइगर जयराम महतो (सुप्रीमो, JLKM एवं विधायक)
  • पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख (अनावरणकर्ता एवं विशिष्ट अतिथि)
  • देवेंद्रनाथ महतो (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, JLKM)
    शामिल होंगे।

इसके अलावा महिला मोर्चा की केंद्रीय अध्यक्ष दमयंती मुंडा, सोनाहातु प्रखंड प्रमुख विक्टोरिया देवी, बारूहातु मुखिया सविता देवी, सारमाली ग्राम प्रधान रंगलाल सिंह मुंडा, और गाड़ाडीह के ग्राम प्रधान दिनेश सिंह पहान सहित कई सम्मानित अतिथि मौजूद रहेंगे।

राष्ट्रीयता थीम पर होगा आयोजन

बैठक में तय किया गया कि पूरा कार्यक्रम तिरंगा थीम और राष्ट्रभक्ति की भावना पर आधारित होगा। कार्यक्रम में शामिल होंगे—

  • बुली महतो के संघर्ष पर आधारित नाटक
  • देशभक्ति गीत और संगीत
  • पारंपरिक कला प्रदर्शन — छऊ नृत्य, झूमर, पाइका नृत्य
  • झारखंड के कई प्रसिद्ध कलाकारों की विशेष प्रस्तुति

बुली महतो की वीरगाथा पर विशेष चर्चा

बैठक में JLKM के केंद्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो ने बुली महतो के योगदान का विस्तृत वर्णन करते हुए बताया कि लांदूपड़ीह पंचायत के कोडाडीह गांव में जन्मे बुली महतो ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ सीमावर्ती क्षेत्रों में सीधा मोर्चा संभाला था। अंग्रेजी सरकार ने उनके बढ़ते प्रभाव से परेशान होकर उन्हें अंडमान निकोबार (काला पानी) की सजा सुनाई थी।

आयोजन को लेकर बनी उपसमितियां

संयोजक रंजीत महतो ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर

  • सुरक्षा
  • मंच प्रबंधन
  • स्वागत
  • मीडिया समन्वय
    जैसी जिम्मेदारियों को लेकर अलग-अलग उपसमितियां बनाई गई हैं।

बैठक में बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल

बैठक में गदाधर महतो, अभिराम महतो, कार्तिक महतो, महादेव महतो, अनूप कुमार, रामप्रसाद रविदास, रवींद्र, कनक, सुखदेव, निरंजन, जगन्नाथ, चंद्रशेखर, जगदीश, पंचानन, दिगंबर सहित सैकड़ों ग्रामीण व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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