Sunday, October 26, 2025
Homeखबर स्तम्भशुद्धता, साध्विकता, पवित्रता और नियम-निष्ठा के अद्भुत संगम के साथ छठी मैया...

शुद्धता, साध्विकता, पवित्रता और नियम-निष्ठा के अद्भुत संगम के साथ छठी मैया के महाव्रत का आरंभ

शुद्धता, साध्विकता, पवित्रता और नियम-निष्ठा के अद्भुत संगम के साथ छठी मैया के महाव्रत का आरंभ

हाइलाइट्स:

  • पूरे देश और विदेश में नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत
  • रांची में घर-घर छठ गीतों और परंपराओं की गूंज
  • व्रतियों ने नियम-निष्ठा और सात्विकता के साथ किया व्रत का आरंभ
  • पारंपरिक प्रसाद कद्दू-भात और चना दाल से की गई पूजा की शुरुआत

विस्तार:

शुद्धता, सात्विकता और पवित्रता के प्रतीक सूर्य उपासना छठ महापर्व की शुरुआत पूरे देश और विदेश में ‘नहाय-खाय’ के साथ हो चुकी है। राजधानी रांची में भी घर-घर पारंपरिक रीति-रिवाजों और विधि-विधान के साथ छठी मैया के महाव्रत का शुभारंभ हुआ। व्रतियों ने पूरे परिवार और समाज के साथ मिलकर सनातनी हिंदू परंपराओं का पालन करते हुए व्रत की शुरुआत की। इस दौरान विशेष रूप से कद्दू-भात और चना दाल का प्रसाद तैयार किया गया और श्रद्धा से ग्रहण किया गया।

छठ महापर्व का यह पहला दिन शुद्धता और नियम-निष्ठा का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भोजन प्रसाद बनाने से लेकर ग्रहण करने तक हर प्रक्रिया में पूर्ण पवित्रता का ध्यान रखा जाता है। घर-घर में पारंपरिक छठ गीतों की गूंज सुनाई दी। इन गीतों के साथ परिवार की महिलाएं व्रत की शुरुआत करती हैं, जो पीढ़ियों से चली आ रही लोक परंपरा और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का प्रतीक है।

RELATED ARTICLES

Most Popular