Friday, October 24, 2025
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रांची में तेजी से फैल रहा चिकनपॉक्स का संक्रमण, शंकर नगर और कुसुम विहार में सबसे ज्यादा मामले

रिम्स डॉक्टरों ने दी चेतावनी — मौसमी बदलाव और आर्द्रता वायरस के फैलाव को बढ़ा रहे हैं, बच्चों में मामले ज्यादा

हाइलाइट्स:

  • शंकर नगर, कुसुम विहार और आसपास के इलाकों में संक्रमण बढ़ा
  • चिकनपॉक्स वैरिसेला-जोस्टर वायरस से होता है
  • रिम्स के डॉक्टर बोले — संक्रमण संक्रामक लेकिन नियंत्रण में
  • टीकाकरण और स्वच्छता से रोका जा सकता है
  • लंपी और चिकनपॉक्स में कोई संबंध नहीं

विस्तार:

राजधानी रांची में चिकनपॉक्स का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। शंकर नगर, कुसुम विहार और रिम्स डॉक्टर कॉलोनी के आसपास के क्षेत्रों में बच्चों में इस बीमारी के कई मामले सामने आए हैं। रिम्स में कई मरीज पहुंच रहे हैं।

कैसे फैलता है चिकनपॉक्स

यह एक संक्रामक रोग है जो वैरिसेला-जोस्टर वायरस के कारण होता है। यह मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है और संक्रमित व्यक्ति की खांसी, छींक या त्वचा के संपर्क से फैलता है। गर्म और नम मौसम वायरस के पनपने के लिए अनुकूल होता है, इसलिए मौसमी बदलाव के दौरान संक्रमण तेजी से फैलता है।

चिकनपॉक्स के लक्षण:

  • हल्का बुखार और थकान
  • शरीर पर खुजलीदार लाल दाने
  • सिरदर्द और गले में खराश
  • मुंह में छाले या पपड़ीदार दाने

दाने आमतौर पर 5 से 10 दिनों तक रहते हैं और बच्चों की तुलना में वयस्कों में यह संक्रमण ज्यादा गंभीर हो सकता है।

जोखिम वाले समूह:

  • जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है
  • कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्ति
  • गर्भवती महिलाएं (जिन्हें पहले चिकनपॉक्स नहीं हुआ हो)
  • शिशु और बुजुर्ग

लंपी और चिकनपॉक्स का कोई संबंध नहीं

पशु चिकित्सक डॉ. समीर सहाय ने बताया कि हाल ही में पशुओं में फैल रहा लंपी रोग (मॉरबिली वायरस) और मनुष्यों का चिकनपॉक्स (पॉक्स वायरस) पूरी तरह अलग हैं। लंपी केवल चार-खुर वाले पशुओं को प्रभावित करता है और यह मनुष्यों में नहीं फैलता।

टीकाकरण और बचाव के उपाय:

  • नियमित टीकाकरण करवाएं
  • संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें
  • लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

डॉ. ने बताया कि चिकनपॉक्स एक बार होने के बाद दोबारा बहुत कम होता है, लेकिन कमजोर इम्युनिटी वालों में यह दोबारा उभर सकता है। उन्होंने सलाह दी कि अगर बचपन में टीका नहीं लगा है, तो बाद में लगवाना भी सुरक्षित और उपयोगी है।

डॉ. की सलाह:

“चिकनपॉक्स से घबराने की जरूरत नहीं है। यह दवाओं से ठीक हो जाता है।
नियमित टीकाकरण और सावधानी से संक्रमण को आसानी से रोका जा सकता है।”

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