Friday, September 19, 2025
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झारखंड में 9 साल से न हो रही टीचर पात्रता परीक्षा पर JDU नेता धर्मेंद्र तिवारी का हमला

तिवारी बोले– हेमंत सरकार की नाकामी से लाखों बेरोजगार युवाओं का भविष्य अधर में

Highlights:

  • टीचर पात्रता परीक्षा (TET/JETET) 9 वर्षों से लंबित
  • धर्मेंद्र तिवारी ने कहा– सरकार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है
  • शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार और विज्ञापनबाजी पर उठाया सवाल
  • निजी शिक्षा संस्थानों को बढ़ावा देने के फैसले पर भी आलोचना
  • नव नियुक्त सहायक अध्यापकों से शिक्षा को समाज निर्माण का माध्यम बनाने की अपील

विस्तार:

रांची: जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र तिवारी ने झारखंड में शिक्षक पात्रता परीक्षा (JETET/TET) के आयोजन न होने को हेमंत सरकार की सबसे बड़ी नाकामी करार दिया। उन्होंने कहा कि पूरे कार्यकाल में एक भी परीक्षा आयोजित नहीं हुई है, जिससे लाखों बेरोजगार युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है।

तिवारी ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को गुमराह कर रही है और उनके सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की गंभीर व्यवस्थाओं को केवल विज्ञापनों और खोखले दावों से नहीं चलाया जा सकता। सरकार करोड़ों रुपये प्रचार-प्रसार में खर्च कर रही है, जबकि नियुक्तियाँ 150–200 पदों तक सीमित हैं और विभागीय अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नीतियाँ निजी शिक्षा संस्थानों को बढ़ावा दे रही हैं, जिसका सीधा असर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों पर पड़ रहा है। तिवारी ने पारा शिक्षक संघ की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए और कहा कि यदि सहायक अध्यापक समय रहते एकजुट होकर आंदोलन करते, तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती।

अंत में, तिवारी ने नव नियुक्त सहायक आचार्यों से अपील की कि वे विद्यालयों में बच्चों को पूरी निष्ठा से पढ़ाएँ और शिक्षा को केवल रोजगार का साधन न मानकर समाज निर्माण का माध्यम बनाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार अब भी TET परीक्षा की स्पष्ट समयसीमा घोषित नहीं करती, तो बेरोजगार युवाओं के साथ भेदभाव किया जाएगा।

 

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