Homeखबर स्तम्भगिरिडीह में आदिवासी आक्रोश रैली, सूर्या हांसदा फर्जी एनकाउंटर की सीबीआई जांच...
गिरिडीह में आदिवासी आक्रोश रैली, सूर्या हांसदा फर्जी एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग तेज
झंडा मैदान से निकली विशाल रैली, मुआवजा, सरकारी नौकरी और कुड़मी समुदाय को एसटी सूची से बाहर रखने की मांग
Highlights:
-
आदिवासी छात्र संघ के बैनर तले झंडा मैदान से निकाली गई आक्रोश रैली
-
सूर्या नारायण हांसदा के कथित एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग
-
हांसदा जी आदिवासी शिक्षा के बड़े समर्थक और समाज के मजबूत स्तंभ माने जाते थे
-
परिवार को मुआवजा, अनाथ बच्चों की शिक्षा और सरकारी नौकरी की मांग
-
ओबीसी कुड़मी समुदाय को एसटी सूची में शामिल न करने का विरोध
गिरिडीह में बुधवार को आदिवासी छात्र संघ के बैनर तले झंडा मैदान से एक विशाल आदिवासी आक्रोश रैली निकाली गई। रैली में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए और अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया।
इस रैली का मुख्य उद्देश्य सूर्या नारायण हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग करना था। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि स्थानीय जांच में पक्षपात की संभावना है, इसलिए सीबीआई जांच से ही सच्चाई सामने आ सकती है।
सूर्या नारायण हांसदा एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता और शिक्षाविद् थे, जिन्होंने गिरिडीह क्षेत्र में आदिवासी बच्चों की शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके संचालित विद्यालय में सैकड़ों अनाथ और गरीब बच्चे पढ़ते थे। हालिया विवादास्पद एनकाउंटर में उनकी मौत ने पूरे समुदाय को झकझोर दिया है।
रैली में आदिवासी छात्र संघ गिरिडीह के अध्यक्ष प्रदीप सोरेन ने कहा,
“हांसदा जी हमारे समाज के एक मजबूत स्तंभ थे। उनकी मौत केवल एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे आदिवासी संघर्ष की हानि है। हम सरकार से मांग करते हैं कि निष्पक्ष सीबीआई जांच हो ताकि न्याय मिल सके।”
रैली में सचिव मदन हेंब्रम, मीडिया प्रभारी रमेश मुर्मू, कोषाध्यक्ष चांद सोरेन और कई प्रमुख लोग मौजूद थे। इसके अलावा, समाज के सैकड़ों लोग इस आक्रोश रैली में शामिल होकर एकजुटता का संदेश दिया।