विश्वविद्यालय विधेयक 2025, सीबीआई जांच और जमीन अधिग्रहण को लेकर विरोध
हाइलाइट्स
- झारखंड विधानसभा परिसर में बीजेपी विधायकों ने किया जोरदार प्रदर्शन
- विश्वविद्यालय विधेयक 2025 को बताया राज्यपाल की भूमिका कमजोर करने का प्रयास
- सूर्या हंसदा की कथित एनकाउंटर में मृत्यु की सीबीआई जांच की मांग
- रांची नगड़ी में रिम्स-2 परियोजना के लिए आदिवासी किसानों की जमीन अधिग्रहण का विरोध
- विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
विस्तार
रांची, 27 अगस्त।
झारखंड विधानसभा परिसर में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा विश्वविद्यालय विधेयक 2025 था, जिसे लेकर बीजेपी विधायकों ने सरकार पर राज्यपाल-सह-कुलाधिपति की भूमिका कमजोर करने का आरोप लगाया।
विधायकों ने कहा कि विश्वविद्यालय विधेयक 2025 का उद्देश्य राज्य विश्वविद्यालयों में नियुक्तियों से राज्यपाल की भूमिका को हटाना है, जो राज्यपाल की संवैधानिक शक्तियों पर प्रहार है।
प्रदर्शन के दौरान बीजेपी ने अन्य मुद्दों को भी जोरदार ढंग से उठाया। इसमें प्रमुख रूप से सूर्या हंसदा की कथित एनकाउंटर में हुई मृत्यु की सीबीआई जांच और रांची नगड़ी में रिम्स-2 अस्पताल परियोजना के लिए आदिवासी किसानों की जमीन अधिग्रहण का विरोध शामिल रहा।
विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार लगातार संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय विधेयक को पूरी तरह अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि यह राज्यपाल की भूमिका को कमजोर करने का षड्यंत्र है। साथ ही सूर्या हंसदा की मौत और नगड़ी के किसानों के मुद्दे पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया।
मरांडी ने कहा कि बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतियों का हर स्तर पर विरोध करेगी और विधानसभा के भीतर और बाहर आवाज उठाती रहेगी।