तीन दिवसीय आयोजन में 15,000 से अधिक लोगों की भागीदारी, 49 स्कूल व 26 यूनिवर्सिटी के छात्रों ने दिखाया नवाचार व शोध की शक्ति
Highlights
- सरला बिरला यूनिवर्सिटी, रांची में सम्पन्न हुआ स्वर्णिम भारत एक्सपो 2025
- 49 स्कूल, 26 यूनिवर्सिटियों और हजारों छात्रों-शोधार्थियों की ऐतिहासिक भागीदारी
- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने युवाओं को 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प दिलाया
- सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने किया आयोजन का संयोजन
- नवाचार, आत्मनिर्भर भारत, युवा सशक्तिकरण और सांस्कृतिक धरोहर बने मुख्य आकर्षण
विस्तार
रांची, 23 अगस्त 2025: परिचित फ़ाउंडेशन द्वारा आयोजित स्वर्णिम भारत एक्सपो 2025 का तीसरा और अंतिम दिन शनिवार को सरला बिरला यूनिवर्सिटी के कला मंडपम हॉल में भव्य समापन समारोह के साथ सम्पन्न हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन ने अपनी भव्यता और ऐतिहासिक भागीदारी से नए आयाम स्थापित किए।
इस एक्सपो में राज्य के 49 स्कूल, 26 यूनिवर्सिटियों और विभिन्न संस्थानों के हजारों छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों और उद्यमियों ने भाग लिया। लगभग 15,000 से अधिक लोगों की उपस्थिति ने इसे झारखंड का सबसे बड़ा युवा-आधारित आयोजन बना दिया।
समापन दिवस पर आयोजित फेलिसिटेशन सेरेमनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थानों और प्रतिभागियों को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
एक्सपो के दौरान प्रस्तुत मुख्य आयाम:
- नवाचार और तकनीक: स्टार्टअप्स व शैक्षणिक संस्थानों के स्टॉल ने भारत की नई तकनीकी दिशा और शोध क्षमता को प्रदर्शित किया।
- आत्मनिर्भर भारत की झलक: सरकारी संस्थानों ने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ अभियानों को पेश किया।
- युवा सशक्तिकरण: हजारों छात्रों और शोधार्थियों ने मंच पर अपनी प्रतिभा व विचार रखे।
- सांस्कृतिक धरोहर: मंचीय प्रस्तुतियों ने भारत की विविधता और परंपरा को जीवंत किया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने उद्बोधन में कहा –
“स्वर्णिम भारत एक्सपो ने युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा को राष्ट्रीय मंच प्रदान किया है। इस तरह के आयोजन राष्ट्र निर्माण की दिशा में ठोस कदम हैं। 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हमें मिलकर प्राप्त करना है।”
वहीं, राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने कहा –
“इतने बड़े स्तर पर युवाओं और संस्थानों को एक मंच पर लाना गर्व की बात है। आकर्षक स्टॉल और प्रस्तुतियाँ इस बात का प्रमाण हैं कि हमारे युवा भारत को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जाने के लिए तैयार हैं।”