नुक्कड़ नाटक और पदयात्रा के जरिए छात्रों ने दिया नशा छोड़ने का संदेश, प्राचार्य ने प्रतिभागियों को दी शुभकामनाएं
Highlights
- देवघर में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन
- संस्कृत और हिंदी भाषा में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत, छात्रों ने दी सहभागिता
- “जन-जन का है यही सन्देश, नशा मुक्त हो अपना देश” के नारों के साथ निकाली गई पदयात्रा
- कार्यक्रम का निर्देशन प्राचार्य डॉ. गंगाधर झा और संयोजन डॉ. राकेश कुमार पाण्डेय ने किया
- अध्यापक व छात्र बड़ी संख्या में रहे उपस्थित
विस्तार
देवघर, 23 अगस्त: केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध लक्ष्मी देवी शारफ आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, देवघर में केंद्र सरकार के नशा मुक्ति अभियान के तहत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस दौरान छात्रों ने संस्कृत और हिंदी भाषा में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर समाज को नशा मुक्ति का संदेश दिया। नाटक में अंशुमान पाण्डेय, कुन्दन पाण्डेय, आशुतोष पाण्डेय, अवनीश पाण्डेय और नितीश पाण्डेय समेत कई छात्रों ने भाग लिया।
इसके अतिरिक्त एक पदयात्रा भी निकाली गई जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया। इस दौरान गूंजते नारे थे –
“जन-जन का है यही संदेश, नशा मुक्त हो अपना देश।”
कार्यक्रम का निर्देशन प्राचार्य डॉ. गंगाधर झा के मार्गदर्शन में हुआ, जबकि संयोजन की जिम्मेदारी डॉ. राकेश कुमार पाण्डेय ने निभाई। इस अवसर पर डॉ. नवनीत शर्मा, डॉ. वसंत कुमार मुद्रा, डॉ. जयदेव डिंडा, डॉ. नितेश कुमार त्रिवेदी, डॉ. राहुल पोखरियाल, श्री अभिषेक कुमार सिंह, डॉ. रघुवर चौधरी, डॉ. किसलय कुमार झा, प्रिया, श्री बासकी प्रसाद यादव, श्री बबलू हेम्ब्रम, श्री राहुल सहित बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे।
कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य डॉ. झा ने सभी प्रतिभागियों की सराहना की और कहा कि –
“नशा मुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुँचाना हम सबका कर्तव्य है।”