रांची- पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 परियोजना को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस जमीन पर रिम्स-2 का निर्माण प्रस्तावित है, उस पर ग्रामीण पिछले साल तक खेती करते आ रहे थे, लेकिन इस बार बिना किसी नोटिस दिए घेराबंदी कर उन्हें खेती से रोक दिया गया।
“मैं रिम्स-2 का विरोधी नहीं हूं”
चंपाई सोरेन ने प्रेस वार्ता में कहा,
“मैं रिम्स-2 का विरोधी नहीं हूं, लेकिन इसके लिए रांची में कई अन्य जमीनें उपलब्ध हैं, जिन पर इसका निर्माण कराया जा सकता है। सरकार ने ग्रामीणों के अधिकारों की अनदेखी की है।”
उन्होंने ऐलान किया कि 24 अगस्त को सैकड़ों ग्रामीणों के साथ रिम्स-2 के लिए प्रस्तावित जमीन पर हल चलाया जाएगा।
सुर्या हांसदा एनकाउंटर पर उठाए सवाल
प्रेस वार्ता के दौरान चंपाई सोरेन ने आदिवासी नेता सुर्या हांसदा की संदिग्ध मुठभेड़ में मौत पर भी सवाल उठाए और मामले की सीबीआई जांच की मांग की।