Tuesday, August 26, 2025
Homeखबर स्तम्भझारखंड में आदिवासी नेता सूर्या हांसदा की संदिग्ध मुठभेड़ में मौत पर...

झारखंड में आदिवासी नेता सूर्या हांसदा की संदिग्ध मुठभेड़ में मौत पर बवाल, जदयू नेता धर्मेंद्र तिवारी ने की न्यायिक जांच की मांग

रांची: जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र तिवारी ने झारखंड के युवा एवं लोकप्रिय आदिवासी नेता स्व. सूर्या हांसदा की संदिग्ध पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत पर गहरा शोक और आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह घटना केवल एक परिवार या समुदाय की नहीं, बल्कि पूरे झारखंड की अंतरात्मा को झकझोरने वाली है।

धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि सूर्या हांसदा जैसे निर्भीक और जनसमर्पित नेता हमेशा आदिवासी समाज के अधिकारों और सम्मान की लड़ाई लड़ते रहे। वे युवाओं की शिक्षा और उनके भरण-पोषण के लिए भी समर्पित थे। ऐसे जनसेवी की हत्या ने पूरे आदिवासी समाज को भय और असुरक्षा की स्थिति में डाल दिया है।

मुख्यमंत्री से त्वरित कार्रवाई की मांग

तिवारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपील की कि वे व्यक्तिगत संवेदनशीलता और राजनीतिक जिम्मेदारी का परिचय देते हुए इस प्रकरण में तत्काल हस्तक्षेप करें। उन्होंने कहा कि केवल न्यायिक प्रक्रिया ही नहीं, बल्कि पारदर्शिता और त्वरित कार्रवाई से ही आदिवासी समाज का भरोसा कायम रह सकता है।

जदयू नेता ने रखी चार प्रमुख मांगें

  1. सूर्या हांसदा की संदिग्ध मौत की जांच न्यायिक निगरानी में स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
  2. इस घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों और जिम्मेदार व्यक्तियों को तत्काल निलंबित कर कठोर कार्रवाई की जाए।
  3. हांसदा के परिजनों को न्यायोचित मुआवजा, सरकारी नौकरी और सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।
  4. भविष्य में इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए आदिवासी नेतृत्व की सुरक्षा पर ठोस नीति बनाई जाए।

सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष का ऐलान

धर्मेंद्र तिवारी ने स्पष्ट किया कि यदि इस मामले में राज्य सरकार ने शीघ्र और पारदर्शी कार्रवाई नहीं की, तो जनता दल (यूनाइटेड) आदिवासी समाज और पीड़ित परिवार के न्याय की लड़ाई को सड़क से लेकर सदन तक लड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा केवल झारखंड ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी उठाया जाएगा।

अंत में तिवारी ने कहा कि यह मामला केवल कानूनी नहीं, बल्कि झारखंड की अस्मिता, आदिवासी समाज की गरिमा और लोकतांत्रिक विश्वास से जुड़ा हुआ है। समय रहते गंभीर कदम उठाना ही राज्य और समाज के हित में होगा।

 

RELATED ARTICLES

Most Popular