चतरा : विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सदर अस्पताल चतरा के सभागार में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डीडीसी (उप विकास आयुक्त) अमरेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के कई पदाधिकारी, चिकित्सक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
डीडीसी अमरेंद्र कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “जनसंख्या नियंत्रण से कहीं अधिक जरूरी है जनसंख्या की स्थिरता। भारत वर्तमान में जनसंख्या के मामले में विश्व में पहले स्थान पर है। यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो भविष्य में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।” उन्होंने विशेष तौर पर बाल विवाह पर रोक लगाने की आवश्यकता को रेखांकित किया, क्योंकि यह जनसंख्या वृद्धि का एक प्रमुख कारण बनता है
कार्यक्रम में नवविवाहित दंपतियों को यह सुझाव दिया गया कि वे शादी के कम से कम दो वर्षों तक संतान की योजना न बनाएं। यह न केवल जनसंख्या नियंत्रण में सहायक होगा, बल्कि स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिरता के दृष्टिकोण से भी लाभकारी है।
कार्यक्रम में परिवार नियोजन के विभिन्न उपायों जैसे एनएसबी (पुरुष नसबंदी), बंध्याकरण (महिला नसबंदी), माला-डी (ओरल पिल्स), और कंडोम के प्रयोग को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। वक्ताओं ने बताया कि ये उपाय सुरक्षित, सरल और प्रभावी हैं, जिनके माध्यम से परिवारों को छोटी और सुखद जीवनशैली की ओर प्रेरित किया जा सकता है।
इस अवसर पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रेरक कार्यकर्ताओं, एनएसबी और बंध्याकरण सेवाओं में उल्लेखनीय योगदान देने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को सम्मानित किया गया। इन प्रेरकों ने समाज में जनसंख्या स्थिरता की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किए हैं।
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह वाहन 11 जुलाई से 11 अगस्त तक जिले के गांव-गांव जाकर जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन को लेकर लोगों को जागरूक करेगा। प्रचार वाहन में ऑडियो-विजुअल साधनों की सहायता से लोगों को जानकारी दी जाएगी।
कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. जगदीश प्रसाद, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. पंकज कुमार, सिमरिया मेडिकल ऑफिसर डॉ. बीएन प्रसाद, डॉ. मनीष लाल, टंडवा प्रभारी डॉ. सुदीप कुमार, डैम रविंद्र कुमार, तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मी और पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डीपीएम संगीता लूसी बाला एक्का एवं अभिमन्यु कुमार ने संयुक्त रूप से किया।