राँची: झारखंड में सच को दबाने की कोशिश जारी है, झारखंड राज्य में सरकार पत्रकारों को अन्य राज्यों की तरह सुविधाएं उपलब्ध कराने के बजाए उनके उत्पीड़न की दिशा में कार्य कर रही है और यह कार्य कोई साधारण इंसान नहीं कर रहा है बल्कि सत्ता में बैठे एक मंत्री के इशारे पर किया जा रहा है। रांची प्रेस क्लब ‘न्यूज़ हाट’ के संपादक कुमार कौशलेंद्र के उपर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री के इशारे पर उनके आप्त सचिव के द्वारा जगरनाथपुर थाने में किये गए एफआईआर और पीड़क पुलिसिया कार्रवाई की कड़ी भर्त्सना करता है। साथ ही एफआईआर वापस लेने की मांग करता है।
साथियों, लोकतांत्रिक व्यवस्था में सत्ता को आईना दिखाना पत्रकारिता जगत की नैतिक जिमेवारी है, जिसका निर्वहन झारखंड के पत्रकार बखूबी कर रहे हैं।
इस संदर्भ में रांची प्रेस क्लब के सचिव अमरकांत ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा की गई इस कार्रवाई की रांची प्रेस क्लब कड़ी निंदा करता है और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से एक प्रतिनिधिमंडल मिलकर उनसे मांग करेगा कि वे मामले में हस्तक्षेप कर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की स्वतंत्रता और उसकी अभिव्यक्ति की आज़ादी की रक्षा करें। अन्यथारांची प्रेस कलब और सम्पूर्ण झारखंड के पत्रकार चरणबद्ध आंदोलन चलाने को बाध्य हो जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा प्रकार के ख़िलाफ़ कार्रवाई की निंदा करने वालों में प्रेस क्लब मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल सोरेन, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र गिरी, सचिव अमरकांत, संयुक्त सचिव रतनलाल, कोषाध्यक्ष कुबेर सिंह, कार्यसमिति सदस्य आलोक कुमार सिन्हा, अंजनी कुमार, राजू प्रसाद, संजय सुमन, आरजे अरविंद, चन्दन भट्टाचार्य, विजय मिश्रा, मोनू कुमार, सौरभ शुक्ला सहित प्रेस क्लब के सभी पत्रकार सदस्य शामिल हैं।