रांची : राजधानी रांची में काली पूजा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। काली पूजा को लेकर एक से बढ़कर एक पंडाल का निर्माण अलग-अलग स्थान पर किया जा रहा है। श्री डोरंडा बाजार काली पूजा समिति के सौजन्य से गांधी मैदान डोरंडा बाजार में शहर का सबसे बड़ा और आकर्षक पूजन पडाल का निर्माण किया जा रहा है। सप्ताह भर से बंगाल के 125 कारीगर पंडाल के निर्माण में दिन-रात लगे हैं।
समिति के उपाध्यक्ष प्रदीप पाडेय ने शनिवार को कहा कि पंडाल काल्पनिक और खूबसूरत बनाया जा रहा है। 90 फीट ऊंचा, 80 फीट चौडा और 40 फीट लंबा पंडाल बनाया जा रहा है। पंडाल पूरी तरह से इको फ्रेंडली है। उन्होंने कहा कि टोकरी, पाइप, लाइट, कप प्लेट, लोहा, लकड़ी आदि घरेलू चीजों से पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। पंडाल के बाहर और अंदर सभी ओर अभूतपूर्व लाइटिंग आकर्षण का केंद्र रहेगी। मां काली की दस भुजाओं को लाइटिंग के जरिए दिखाया जाएगा। 16 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण पूजन परिसर में पिछले एक माह में बंगाल के कारीगरों द्वारा किया जा रहा है। पूजा आयोजन में कुल 45 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। समिति 1951 से पूजा का आयोजन कर रही है।
समिति के सौजन्य से भक्तों के लिए मेले का भी आयोजन किया गया है। इस मेले में बड़े-छोटे झूलों का लुत्फ लोग उठा सकेंगे। सूनामी, ब्रेकडांस, रेंजर आदि झूले आकर्षण का केंद्र रहेंगे। मेले में खाने-पीने के अलावा घरेलू जरूरत के सामान के अनेक स्टॉल लगाए जाएंगे। दिल्ली, कोलकाता, जयपुर के भी स्टॉल होंगे।
31 अक्टूबर की रात 12 बजे पंडाल में मां काली की पूजा की जाएगी। इस दौरान सैकड़ों भक्त मौजूद रहेंगे। एक से 4 नवंबर तक प्रतिदिन भक्तों में खिचड़ी भोग के प्रसाद का वितरण किया जाएगा। इसके लिए 20 हजार हांडी और एक लाख दोना की खरीदारी की गई है। भोग का वितरण देर शाम तक होगा।
श्री डोरंडा काली पूजा समिति के अध्यक्ष राजू चौरसिया, सचिव जयदेव घोष, श्यामल घोष, निर्मल गुप्ता, उमेश वर्मा, रंजन महतो सहित अनेक सदस्य सफल पूजा आयोजन के लिए जोर-शोर से लगे हैं।