RANCHI : शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर को कलश स्थापना के साथ हो चुकी है. आज शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है. इस दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप माता ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. ‘ब्रह्म’ का अर्थ होता है ‘तपस्या’ और ‘चारिणी’ का अर्थ होता है ‘आचरण’ करने वाली. इस तरह ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप का आचरण करने वाली होता है. मां दुर्गा का यह रूप बेहद शांत और मोहक है.
देवी के इस स्वरूप को माता पार्वती का अविवाहित रूप माना जाता है. इसलिए इस दिन उन कन्याओं की पूजा की जाती है. जिनकी शादी तय हो गयी है. लेकिन अभी शादी नहीं हुई है. इस दिन उनको अपने घर पर बुलाकर पूजा के बाद भोजन कराकर वस्त्र, पात्र आदि भेंट करना चाहिए.