कानपुर : देश के महापर्व लोकसभा चुनाव में यह नारा दिया जा रहा है कि पहले मतदान फिर जलपान, लेकिन कानपुर के वरिष्ठ भाजपा नेता बनारसी लाल मिश्र ने जिस तरह पहले मतदान की जिम्मेदारी निभाई वह मतदाताओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई। हुआ यूं कि वरिष्ठ भाजपा नेता बनारसी लाल मिश्र मतदान के लिए घर से छह बजे निकल लिये और मतदान केन्द्र के गेट पर मतदान का इंतजार कर ही रहे थे कि उनके चचेरे भाई ने उनको सूचना दी कि आपके सगे बड़े भाई का देहांत हो गया। इस पर उन्होंने पहले मतदान की जिम्मेदारी निभाई फिर घर जाकर भाई के अंतिम संस्कार में जुट गये।
रामकृष्ण नगर के रहने वाले बनारसी लाल मिश्र कई दशकों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं और भाजपा नेता हैं। सोमवार को वह मतदान के लिए सुबह छह बजे घर से निकल लिये और उनका मतदान केन्द्र आरके मिशन स्कूल था। यह मतदान केन्द्र अकबरपुर लोकसभा सीट में आता है। अभी वह गेट पर अपने मतदान का इंतजार ही कर रहे थे उनके चचेरे भाई श्रीनिवास मतदान केन्द्र पर पहुंचकर उन्हें जानकारी दी कि आपके बड़े भाई करुणा शंकर मिश्र अब दुनिया में नहीं रहे। इस पर उन्होंने फैसला किया कि पहले मतदान करेंगे फिर भाई का अंतिम संस्कार करेंगे।
जैसे ही सात बजे मतदान शुरु हुआ तो उन्होंने पहले मतदान किया फिर घर जाकर भाई के अंतिम संस्कार में जुट गये। उनका यह कदम कानपुर ही देश के सभी मतदाताओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गया। जिसने भी इस वाकये को सुना, उसने इस घटनाक्रम को जागरुक मतदाता के रूप में एक अनूठी मिसाल कहा। वास्तव में यदि देश का हर व्यक्ति इस प्रकार लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपने मताधिकार के लिए जागरुक हो जाए तो एक सशक्त राष्ट्र की संकल्पना में कोई संदेह नहीं रह जाता।