रांची : राजधानी रांची मे नागवंशी राजाओं के कल से ही पारंपरिक होली मनाने की परंपरा और प्रथा चली जा रही है.
अति प्राचीन इलाका चुटिया मे होली मनाने की परंपरा काफी पुरानी है होली के दो दिन पूर्व ही फाग ढोल जतरा मेला का शुरुआत होली का दहन से किया जाता है और इसके अगले दिन शहर के विभिन्न इलाकों में होलिका दहन हो की जाती है.
इसी के तहत राजधानी रांची के चुटिया स्थित प्राचीन श्री राम मंदिर के समीप फाग ढोल यात्रा आयोजन स्थल पर पारंपरिक और नियम संगत रूप से रात्रि 10:30 बजे के मुहूर्त के अनुसार पहन के द्वारा पारंपरिक एवं विधिवत पूजा अर्चन कर फरसा लेकर होलिका दहन में मैं लगाए गए.
अरंडी के काट को काटकर बिना पीछे मुडे घर प्रस्थान किया तत्पश्चात राम मंदिर के महंत के द्वारा पूजा अर्चना कर होलिका दहन किया गया उपस्थित लोगों के द्वारा होलिका का परिक्रमा कर आने वाले नए वर्ष में अपने और अपने पूरी परिवार के सुख समृद्धि की कामना की गई