कोडरमा : केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी के चाराडीह स्थित आवास पर रविवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि कांग्रेस को आजकल रह रहकर अपने पुराने पाप याद आ रहे हैं। इसलिए वह अपने हर अपराध के खिलाफ हो रही कानूनी कार्रवाई को “लोकतंत्र की हत्या” बता रही है। ताजा मामला यह है कि कांग्रेस ने आयकर मामले में अपने खाते फ्रीज होने की तुलना देश में लोकतंत्र की हत्या से की है जो कि हास्यास्पद और शर्मनाक है। कांग्रेस घोटालेबाज पार्टी है जो अपने घोटाले पकड़े जाने पर केंद्र सरकार, आयकर विभाग और भाजपा को कठघरे में खड़ा करके झूठी बातें करती है लेकिन न्यायालय में अपने बचाव के लिए दलील पेश नहीं कर पाती है। कांग्रेस ने आयकर मामले में हर व्यायालय और ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें हर जगह मुंह की खानी पड़ी है। आयकर अधिनियम के सेक्शन 13 ए के तहत देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को आयकर में छूट मिलती है। साल 2017-18 के कांग्रेस पार्टी के कर निर्धारण के दौरान पार्टी की कमाई पर लगने वाले कर को भरने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2018 दी गई थी लेकिन कांग्रेस ने अंतिम तिथि तक टैक्स नहीं भरा और उसके बाद कांग्रेस ने फरवरी 2019 में टैक्स जमा किया। श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को लेकर एक प्रावधान है कि राजनीतिक पार्टी अपने एकाउंट में बीस हजार से अधिक नकद चंदा नहीं ले सकती है लेकिन कांग्रेस पार्टी ने साल 2017-18 में इस प्रावधान का भी उल्लंघन किया। इस प्रावधान की जानकारी होने के बाद भी कांग्रेस ने चौदह लाख नकद चंदा लिया। इन कानूनों का उल्लंघन करने पर राजनीतिक पार्टियों की कर में मिलने वाली छुट पर रोक लगा दी जाती है। प्रावधानों का उल्लंघन करने के कारण कांग्रेस को भी इस छूट से बाहर रखा गया, जिसके बाद कांग्रेस भी सामान्य करदाताओं की श्रेणी में आ गई। जुलाई 2021 में हुए कांग्रेस के आंयकर निर्धारण के आधार पर पार्टी पर ₹105 करोड़ का टैक्स लगाया गया था लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ ढाई करोड़ ही जमा किए। कांग्रेस ने उस समय कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है क्योंकि कांग्रेस इस बात से सहमत थी कि 105 करोड़ का आयकर वैध है। आयकर कानून के मुताबिक बकाया राशि का यदि 20 प्रतिशत भी जमा कर दिया जाए तो मामले को अलग से चलाया जाता है। जिसका प्रभाव बैंक खाते पर नहीं पड़ता। लेकिन कांग्रेस ने इक्कीस करोड़ की राशि भरने की जगह सिर्फ ढाई करोड़ ही जमा किए। जब बकाया राशि जमा नहीं की जाती है तो उस पर ब्याज देना पड़ता है। ब्याज पर ब्याज लगने के बाद एक सौ पांच करोड़ की राशि अब एक सौ पैंतीस करोड़ बन चुकी है। जब तक टैक्स की पूरी राशि नहीं जमा की जाएगी, ब्याज की राशि बढ़ती रहेगी और यह राशि एक सौ पैंतीस करोड़ से बढ़कर एक सौ चालीस करोड़ भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस मामले में वसूल की जाने वाली राशि पर रोक के लिए पहले कमिश्नर अपीलेट में अपील की जहां नोटिस पर रोक लगाने की अर्जी को खारिज कर दिया गया। इसके बाद कांग्रेस आयकर अपीलेट ट्रिब्यूनल और फिर दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंची, दोनों ही जगहों से कांग्रेस को फटकार मिली और नोटिस पर रोक लगाने से मना कर दिया गया। दिल्ली उच्च न्यायालय ने न सिर्फ ट्रिब्यूनल के आदेश को सही ठहराया, बल्कि आयकर विभाग पर नोटिस देने से रोक लगाने की मांग को खारिज कर दिया। इसके बाद 13 फरवरी 2024 को आयकर विभाग ने रूटीन नोटिस देकर कांग्रेस के 3-4 बैंक खातों को अटैच कर दिया। इसके बावजूद कांग्रेस के कई बैंक खाते संचालित हैं और कांग्रेस के पास एक से अधिक पैन कार्ड भी हैं। एक से अधिक पैन कार्ड होना स्वयं कांग्रेस पार्टी के संविधान के विरुद्ध है। आयकर विभाग ने नियमानुसार कांग्रेस के अकाउंट में से मात्र एक सौ पंद्रह करोड़ फ्रीज किए और सिर्फ इसी राशि के प्रयोग पर रोक लगाई। सत्य ये है कि आयकर विभाग ने डिफॉल्टर होने के कारण कांग्रेस की बकाया टैक्स राशि के प्रयोग पर रोक लगाई है न कि बैंक अकाउंट को फ्रीज किया है। मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि कांग्रेस के बैंक खातों में एक हजार करोड़ की राशि है और पांच सौ करोड़ की अचल संपत्ति है। राहुल गांधी चार्टर्ड प्लेन में घूमते हैं और फिर कहते हैं कि पार्टी के पास ट्रेन की पात्रा करने का पैसा नहीं है। कांग्रेस ने कोयला घोटाला में एक लाख अस्सी हजार करोड़, टू जी स्पेक्ट्रम में एक लाख छिहत्तर हजार करोड़, चौपर घोटाले में छत्तीस सौ करोड़, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला में सत्तर हजार करोड़ और नेशनल हेराल्ड में पांच हजार करोड़ का भ्रष्टाचार किया है। इतने बड़े-बड़े घोटाले करने के बाद राहुल गांधी कहते हैं कि ट्रेन से आने-जाने के लिए पैसा नहीं है। भारत के हर नागरिक और संस्था को सभी आयकर नियम मानने होंगे, फिर राहुल गांधी और सोनिया गांधी खुद को संविधान से ऊपर क्यों समझते हैं? कार्यक्रम का संचालन जिला मीडिया प्रभारी मनोज कुमार झन्नू ने किया। प्रेस वार्ता के मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष अनूप जोशी, प्रदेश कार्य समिति सदस्य नितेश चंद्रवंशी, चंद्रशेखर जोशी, बिरेंद्र मेहता व अन्य मौजूद थे।