रांची : रांची के मोराबादी स्थित केंद्रीय धूमकुडिया भवन में आज कोल विद्रोह 192वां वर्षगाठ दिवस मनाया गया। आज ही के वर्ष 1831 में 11 दिसंबर से तमाड़ इलाके से इस आंदोलन शुरूआत हुई थी।
आदिवासी महासभा के संयोजक देव कुमार धान ने बताया कि जल जंगल और जमीन को बचाने की लड़ाई लगभग चार महीने तक चली थी।यह आंदोलन पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम से लेकर रांची खूंटी, पलामू हजारीबाग जिले तक की चला था।