लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाने के लिए उतर गयी है। सपा ने आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल होने के कारण कांग्रेस से कुछ सीटों की मांग की थी। जिसे मध्य प्रदेश राज्य के कांग्रेस नेताओं ने दरकिनार कर दिया। सपा की कोर कमेटी के सदस्यों ने इसके बाद मंत्रणा कर मध्य प्रदेश में 09 उम्मीदवार खड़े कर दिये। जिसमें से चार विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के भी उम्मीदवार खड़े हैं।
मध्य प्रदेश में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर जो विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे गये हैं, उसमें निवाड़ी सीट से मीरा यादव, राजनगर सीट से बबलू पटेल, भाण्डेर आरक्षित सीट से डी.आर.राहुल अहिरवार, धौहानी आरक्षित सीट से विश्वनाथ सिंह मरकाम, चितरंगी आरक्षित सीट से श्रवण कुमार सिंह गोढ़, सिरमौढ़ सीट से लक्ष्मण तिवारी, बिजावर सीट से डाॅ. मनोज यादव, कटंगी सीट से महेश सहारे और सीधी सीट से रामप्रताप सिंह यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा के नेताओं से नहीं हुई मुलाकात
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के कुर्सी सम्भालने के बाद तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनसे मुलाकात की। वहीं सपा के दिग्गज नेताओं ने अजय राय से मिलने का प्रयास नहीं किया। इस दौरान घोसी उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से अजय राय ने सपा प्रत्याशी के समर्थन का ऐलान भी किया।
सपा ने की पूरक सूची की मांग
सपा की आफिशियल एक्स से पूरक सूची की मांग की गयी। मांग करते हुए कहा गया कि भारत निर्वाचन आयोग के नए नियम के अनुसार मतदाता सूची में जोड़े, काटे, संशोधित किए गए नामों की पूरक सूची राजनैतिक दलों को नहीं दी जायेगी। निर्वाचन आयोग की वेबसाईट पर अपलोड भी नहीं की जायेगी। विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 से पूर्व तक उक्त पूरक सूची राजनैतिक दलों को दी गई। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत उक्त पूरक सूची राजनैतिक दलों को दी जाए।