Wednesday, October 15, 2025
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धनबाद की सियासत में फिर मची हलचल: संजीव सिंह की वापसी, नीरज सिंह की याद में छलका पूर्णिमा का दर्द

8 साल बाद बरी होकर लौटे झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह, समर्थकों में जबरदस्त उत्साह — सोशल मीडिया पर नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा का भावुक संदेश वायरल

Highlights:

  • झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह हत्या केस से बरी होने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखे
  • आठ साल जेल में रहने के बाद मेडिकल प्रक्रिया पूरी कर लौटे धनबाद
  • मैथन टोल पर समर्थकों ने फूल-मालाओं से किया स्वागत
  • नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा ने सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्ट — “कहीं इस झूठ और अन्याय के शोर में सच को भूल मत जाइएगा।”
  • 2017 में नीरज सिंह और तीन अन्य की हत्या के मामले में फंसे थे संजीव सिंह
  • अदालत ने साक्ष्य के अभाव में सभी आरोपियों को किया था बरी

विस्तार:

धनबाद: धनबाद की राजनीति में एक बार फिर से हलचल तेज हो गई है। झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की धनबाद वापसी के बाद राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड से जुड़े मामले में आठ साल जेल में बिताने के बाद संजीव सिंह अगस्त में बरी हुए थे। अदालत ने साक्ष्य के अभाव में सभी आरोपियों को रिहा कर दिया था।

लंबे इलाज और मेडिकल प्रक्रिया के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह फिट घोषित किया। रविवार को वह दिल्ली से दुर्गापुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से सड़क मार्ग से धनबाद के लिए रवाना हुए। मैथन टोल प्लाजा से लेकर धनबाद तक रास्ते भर समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया। फूल-मालाओं, बुके और अंगवस्त्र से स्वागत किया गया। समर्थक “संजीव सिंह जिंदाबाद” के नारे लगाते नजर आए।

इधर, सोशल मीडिया पर नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह का एक भावुक पोस्ट वायरल हो गया। उन्होंने Facebook पर पोस्ट कर लिखा — “कहीं इस झूठ और अन्याय के शोर में सच को भूल मत जाइएगा।”
साथ ही, उन्होंने अपने पति नीरज सिंह की तस्वीर साझा की, जिससे माहौल एक बार फिर भावनात्मक हो गया।

गौरतलब है कि 21 मार्च 2017 को धनबाद के स्टील गेट इलाके में नीरज सिंह, उनके अंगरक्षक मुन्ना तिवारी, अशोक यादव और ड्राइवर घोल्टू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने न सिर्फ धनबाद, बल्कि पूरे राज्य को हिला दिया था।

संजीव सिंह और उनके सहयोगियों पर इस हत्याकांड की साजिश का आरोप लगा था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद, धनबाद की एमपी/एमएलए कोर्ट ने अगस्त 2025 में बरी कर दिया। संजीव सिंह की वापसी से जहां मेंशन परिवार में खुशी का माहौल है, वहीं पूर्णिमा सिंह के पोस्ट ने पुराने घावों को फिर ताजा कर दिया है।

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