हंटरगंज प्रखंड क्षेत्र के दंतार गांव एक अवैध क्लिनिक को सील करने के लिए गई प्रशासन की टीम का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। विरोध के कारण प्रशासन की टीम बिना अवैध क्लिनिक सील किए ही वापस लौट गई। एसडीओ जहूर आलम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम दंतार के एक अवैध निजी क्लीनिक में जब सील करने टीम गुरुवार दोपहर 3 बजे पहुंची। इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण एकजुट हो गए देखते ही देखते हजारों की संख्या में ग्रामीण आ पहुंचे जिसके बाद टीम हंटरगंज थाना पुलिस को सूचना दी ।सूचना मिलते ही हंटरगंज थाना प्रभारी प्रभात कुमार दल बल के साथ पहुंचे वही वशिष्ठ नगर जोरी थाना पुलिस के जवान भी वहां उपस्थित थे। टीम को देखते ही झोलाछाप डाक्टर चंदन कुमार वहां से चंपत हो गया। जिसके बाद प्रशासन वहां से मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाने के लिए एंबुलेंस मंगवाया। लेकिन मरीज के परिजन उसी क्लिनिक में जमे रहे । पुलिस के द्वारा हटाने का प्रयास किया गया तो ग्रामीण विरोध पर उतारू हो गए। स्थानीय लोगों ने कहा कि डॉक्टर नहीं भगवान है चंदन इस इलाका में मात्र एक ही डॉक्टर है चंदन। अगर पैसा ना रहे तो भी निशुल्क ईलाज करते हैं। चाहे कुछ भी हमलोग क्लिनिक को सील नही होने देंगे। इस दौरान ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधाएं का घोर अभाव एसडीओ साहब के सामने सुनानी शुरू कर दी लोगो ने कहा यहां एक सरकारी स्वास्थ्य उपकेंद्र है जहां ना तो चिकित्सक रहते हैं ना ही नर्स रहती है। आगे उन्होंने कहा कि सड़क की दायनीय स्थिति है।
एंबुलेंस भी समय से नहीं पहुंचती है। इस दौरान एसडीओ ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया पर गांव वाले किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे। इसके बाद जिला प्रशासन की टीम वापस लौटी। इस दौरान यह जानकारी वशिष्ठ नगर थाना प्रभारी ने दी है कि अभी यह क्लीनिक प्रशासन के निगरानी में है।