नगर परिषद कार्यालय के समक्ष जिला अध्यक्ष राजू कुमार दबगर के नेतृत्व में टेंपू चालकों का विरोध प्रदर्शन
हाइलाइट्स
- चतरा जिला टेंपूचालक संघ का नगर परिषद कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना
- टैक्स वृद्धि सहित पाँच सूत्री माँगों को लेकर प्रदर्शन
- हजारीबाग में जहाँ 10 रुपये प्रति टेंपू शुल्क, वहीं चतरा में वसूले जा रहे 24 रुपये
- टेंपू चालकों को सुविधाएँ उपलब्ध न कराने पर संघ का आक्रोश
- मांग पत्र डीसी और वरीय अधिकारियों को सौंपा गया
विस्तार
चतरा : चतरा जिला टेंपूचालक संघ ने टैक्स वृद्धि समेत पाँच सूत्री माँगों को लेकर नगर परिषद कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के जिला अध्यक्ष राजू कुमार दबगर ने किया।
संघ ने अपने माँग पत्र में कहा कि जहाँ हजारीबाग जैसे बड़े शहर में मात्र 10 रुपये प्रति टेंपू शुल्क लिया जाता है, वहीं चतरा जैसे छोटे शहर में 24 रुपये प्रतिदिन वसूला जा रहा है। यह पूरी तरह से अनैतिक और शोषणकारी है।
संघ का कहना है कि 18 जुलाई 2025 को नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन अब तक उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। राजस्व वसूली पहले की तरह बेरहमी से जारी है।
धरना प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि टेंपू चालक पहले ही परिवहन विभाग को रोड टैक्स के रूप में हर साल हजारों रुपये देते हैं, इसके बावजूद नगर परिषद द्वारा अलग से टैक्स वसूला जा रहा है। साथ ही टेंपू चालकों को अब तक कोई सुविधा (स्टैंड, रैन बसेरा, कैंटीन, पेयजल) उपलब्ध नहीं कराई गई है।
संघ ने स्पष्ट किया कि टेंपू उनके लिए जीविका का साधन है, जैसे मजदूर के लिए कुदाल। उन्हें टेंपू मालिक नहीं, बल्कि मजदूर की तरह समझा जाए।
संघ ने अपनी माँगों में निम्नलिखित बिंदुओं को रखा:
- चतरा में टैक्स शुल्क हजारीबाग की तरह 5 रुपये प्रतिदिन किया जाए।
- टेंपू स्टैंड, रैन बसेरा, कैंटीन और पेयजल की व्यवस्था हो।
- परिवहन विभाग द्वारा उत्पन्न आपदाओं पर रोक लगे।
- टेंपू चालकों को प्रतिवर्ष एकमुश्त अनुदान दिया जाए।
- कर वसूली के नाम पर रंगदारों द्वारा हो रहे दुर्व्यवहार पर रोक लगे।
संघ ने इन सभी माँगों का ज्ञापन डीसी समेत अन्य वरीय अधिकारियों को सौंपा।