नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर हुआ विरोध, पूर्व सीएम चंपाई सोरेन पहले से हाउस अरेस्ट
जमीन अधिग्रहण के विरोध में उतरे ग्रामीण, कई लोग घायल
हाइलाइट्स (Highlights):
- नगड़ी में रिम्स-2 परियोजना को लेकर बड़ा बवाल
- पुलिस ने किया लाठीचार्ज, छोड़े आंसू गैस के गोले
- कई ग्रामीण घायल, मौके पर तनावपूर्ण स्थिति
- सुबह पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को किया गया था हाउस अरेस्ट
- रैयतों का दावा – अधिग्रहण के बाद भी जमीन पर है उनका अधिकार
विस्तार
नगड़ी- राजधानी रांची के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 परियोजना को लेकर रविवार को बड़ा बवाल हो गया। स्थानीय नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीणों ने हल चलाकर विरोध जताने की घोषणा की थी। जैसे ही ग्रामीण विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की स्थिति बन गई।
स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इस दौरान कई ग्रामीणों के घायल होने की सूचना है।
सुबह से ही प्रशासन सतर्क
गौरतलब है कि सुबह ही पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को मोरहाबादी स्थित उनके सरकारी आवास में हाउस अरेस्ट कर दिया गया था ताकि वे नगड़ी नहीं पहुंच सकें। साथ ही कई अन्य नेताओं को भी पुलिस ने रोका था।
क्या है विवाद?
नगड़ी और आसपास के गांवों में रिम्स-2 के लिए अधिग्रहित जमीन को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि जमीन का अधिग्रहण वर्षों पहले किया गया था, लेकिन अब तक कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ। ऐसे में इस जमीन पर उनका स्वाभाविक दावा है। वहीं प्रशासन का कहना है कि यह जमीन सरकार के नाम दर्ज है और यहां मेडिकल संस्थान का निर्माण किया जाएगा।
फिलहाल नगड़ी में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।