गिरिडीह :राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट गिरिडीह के पदाधिकारीयो द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के शुभ अवसर पर वृद्ध आश्रम गिरिडीह में फल और मिठाई देकर वृद्धाओं को शुभकामनाएं दिए। राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष इरफान अंसारी ने कहा कि आज विश्व मानवाधिकार दिवस है 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र असेंबली द्वारा की गई थी 28 सितंबर 1993 को भारत में मानवाधिकार कानून अमल में आया 12 अक्टूबर 1993 को भारत सरकार ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया इरफान अंसारी ने कहा कि मानव संरक्षण अधिनियम 1993 के अंतर्गत हुई जो संविधान द्वारा प्रत्याभूत है जबकि आज एक एक मानव अपने अधिकार से वंचित है इरफान अंसारी ने कहा कि आज हमारा हक अधिकार छीनने का काम शासन और प्रशासन कर रहे हैं जब तक मानव जागरूक नहीं होगा तब तक अपना हक अधिकार से वंचित रहेगा इसलिए मानव को जागरूक होना होगा तभी उसे हक अधिकार मिलेगा।
नगर अध्यक्ष गुलाम मुस्तफा ने कहा कि संविधान का पालन करें मानव का हक अधिकार छीनने का काम ना करें नहीं तो राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट वैसे लोगों को सबक सिखाने का काम करेगी। गुलाम मुस्तफा ने कहा कि आज मानव को मौलिक मूल अधिकार नहीं मिल पा रहा है जैसे समता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता को अधिकार, शिक्षा संबंधित अधिकार, और संविधनानिक उपचारों का अधिकार से मानव वंचित है इस कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष इरफान अंसारी, जिला महासचिव मोहम्मद अफगान, महिला जिला महासचिव कोमल तन्वी, जिला उपाध्यक्ष सुरेश कुमार रवानी, नगर अध्यक्ष गुलाम मुस्तफा, महिला नगर अध्यक्ष मीणा परवीन, नगर उपाध्यक्ष संजर इमाम, नगर उपाध्यक्ष मोहम्मद जुल्केनेर पप्पू, रेहाना अंजुम, पन्ना दास, मोहम्मद सत्तार, शबाना परवीन, रजिया खातून, टिंकू कुरैशी, मोहम्मद नवाब, मोहम्मद अबू बकर, डब्लू आदि उपस्थित थे |