रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो)के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव की तैयारी जोर शोर से शुरु हो गई है। नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार को बड़ी संख्या में हुई। उसमें लोगों के बीच एक अलग ही उत्साह देखने को मिला। पूरा का पूरा झारखंड अपने जनप्रतिनिधियों को चुनने के लिए आतुर था। बड़ी संख्या में युवा, मजदूर, महिला, पुरुष मजदूर , किसान साहेबगंज से शुरू करे और पश्चिमी सिंहभूम तक गये। हर तरफ का नजारा लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए था। लेकिन लोकतंत्र के महापर्व को दूसरी साजिश के तहत भाजपा की ओर से भ्रम पैदा करने का काम किया गया, यहां राजनीतिक घुसपैठ हुआ है। जब यहां केंद्रीय मंत्री और दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री विफल हो गये, तो लगाम कसने वाली संस्था ईडी को आगे कर दिया। उन्हाेंने कहा कि नुक्कड़-नुक्कड़ घुम रहे उनके मुख्यमंत्री। झारखंड के लोगों ने तय कर दिया कि उन्हें दहाई भी नहीं मिलेगा। केंद्रीय एजेंसियों ने क्या जांच कर लिया। झामुमो पर जितना प्रहार करेंगे, वह उतना मजबूत होगा।
भट्टाचार्य शुक्रवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 2019 से हेमंत सोरेन की सरकार आई, हम लोग महामारी से जूझते रहे, राज्य सरकार के कार्य को रोकने के लिए कार्य हुए।
हमारे प्रिय राज्य मंत्री रहे उस परिवार को तरह-तरह की परेशानी में डाला गया। गुरुवार को साहेबगंज में नामांकन हुए, वहां भी बिना तथ्य की कार्यवाही हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव हार गई है। इसलिए अब उनका एक ही कार्य है कि विधानसभा चुनाव को कैसे प्रभावित करें।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव का समय है, लोगों के पास हम अपने कार्य को लेकर जा रहे हैं। चुनाव आयोग पूरी तरह से बहरी हो गई है। हिंसा की बात बोली जा रही है, उस पर मौन है। भाजपा यहां की पहचान मिटाना चाहती है। इलाके का नाम वनांचल किया जाये, हमने झारखंड के नाम से इस प्रांत का गठन का मार्ग बनाया। झारखंड बन गया। अब संथाल परगना में साजिश शुरू कर दी गयी है।