रांची : बड़गाईं अंचल की जमीन के रिकॉर्ड में छेड़छाड़ से जुड़े मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने दूसरे दिन गुरुवार को भी हजारीबाग एसडीओ शैलेश कुमार और बड़गाई के पूर्व सीओ एवं वर्तमान में चाईबासा के नोवामुंडी में पदस्थापित सीओ मनोज कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की । रांची के राधा कृष्णा अपार्टमेंट में मनोज कुमार के दो फ्लैट मिले हैं, जिसकी जांच की गयी। जबकि शैलेश कुमार का रांची के चिरौंदी में एक आलीशान घर भी मिला है। गुरुवार की सुबह इन दोनों ही स्थानों पर एसीबी की टीम पहुंची और जांच की।
एसीबी के एसपी सादिक अनवर रिजवी ने बताया कि एसीबी की छापेमारी पूरी कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि हजारीबाग एसडीओ शैलेश कुमार के आवास से जमीन संबंधी कुल 11डीड, गिरिडीह आवास से बरामद कुल नगद 18 लाख 10 हजार 500 रुपये नकद, धनबाद आवास से तीन लाख 98 हजार 662 रुपये, 11 मोबाईल दो लैपटॉप और एक टैब बरामद किया गया है। जबकि चाईबासा के नोवामुंडी में पदस्थापित सीओ मनोज कुमार के ठिकानों से धनबाद जिले से चार डिसमल जमीन से संबंधित कागजात, छह डिसमल जमीन का अन्य दस्तावेज,रांची में लगभग 1.02 करोड़ का एक डुप्लेक्स संबंधी दस्तावेज, एसबीआई का पास बुक और दो मोबाईल फोन बरामद किया गया है।
एसपी ने बताया कि एक जून को रांची के सदर थाना (कांड संख्या 272/2023 ) का अनुसंधान पूर्व में सीआईडी की ओर से किया जा रहा था। बाद में झारखंड सरकार ने भ्रष्टाचार के बिंदु पर इस केस की जांच एसीबी से कराने का आदेश दिया। सरकार के आदेश पर एसीबी ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की। इसके बाद एसीबी के न्यायालय को को विधिवत सूचित करते हुए वर्तमान में इसका अनुसंधान एसीबी कर रही है।
अनुसंधान के कम में शैलेश कुमार, मनोज कुमार के खिलाफ सुसंगत एवं ठोस साक्ष्य एकत्रीकरण के उद्देश्य से न्यायालय से तलाशी वारंट प्राप्त कल 11 सितंबर को दोनों पदाधिकारियों के पदस्थापन कार्यालय, आवास सहित अन्य संबंधित स्थानों रांची ,हजारीबाग, चाईबासा एवं गिरिडीह जिले में एसीबी की गठित कुल छह टीम ने छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि 11 सितंबर को किए गए छह स्थान पर तलाशी के दौरान दोनों आरोपितों से पूछताछ के दौरान उनके द्वारा बताये गए अन्य स्थानों की जानकारी प्राप्त होने के बाद गुरुवार को दोनों आरोपितों के साथ उनके बताए उनके नए आवासीय स्थानों की तलाशी के लिए रांची के अन्य जगहों पर एसीबी टीम के जरिये अलग-अलग छापेमारी की गयी।