गिरिडीह : भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव के पिता स्व. बलदेव प्रसाद साव जो गरीब,गुरबे, दलितों, पिछड़े वर्ग की आवाज बन कर क्षेत्र की समस्याओं का समाधान बन कर खड़े रहते थे।
बलदेव साव ने झारखंड व बिहार की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाकर उसकी गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लगा दिया था | जिस कारण वे नक्सलियों के आँखों की किरकिरी बन गए थे | 16 जुलाई की रात में नक्सलियों ने गला रेतकर बलदेव साव की हत्या कर दी थी | तत्कालीन विधायक सह झारखंड सरकार में मंत्री रहे रवीन्द्र राय के प्रतिनिधि के रूप में गांवा के पिहरा के इलाके में बलदेव साव समाज के लोगों को हर दुख सुख में सेवा देते थे | जब गिरिडीह में अकाल पड़ा था तो उस वक्त गरीबो को अनाज समेत अन्य सामग्री से सहयोग किया करते थे | इसी बीच वर्ष 1999 में नक्सलियों की गतिविधियां झारखंड – बिहार की सीमा पर स्थित गांवा, तिसरी और देवरी के इलाके में हो गयी | वर्ष 2000 के चुनाव में नक्सलियों ने गांवा के जमडार में पूर्व विधायक व मंत्री के प्रचार वाहन में भी आग लगा दी थी | लोग नक्सलियों के भय से गांव छोड़ने लगे थे इसी बीच बाबूलाल मरांडी झारखंड के मुख्यमंत्री बने और नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया | जिसका नेतृत्व बलदेव साव कर रहे थे, ग्रामीण के भय से नक्सली गांव मे घुसते तक नहीं थे| अपना पांव उखड़ते देख नक्सलियों ने 16 जुलाई 2003 की रात नक्सलियों ने बलदेव साव को उस वक़्त घेर लिया, जब वे कुछ ग्रामीणों के साथ घर के बाहर बैठक कर रहे थे | बलदेव साव को नक्सलियों ने चिन्हित कर अपने कब्जे में लिया और फिर गला रेतकर हत्या कर दी | और नक्सलियों ने उनके घर को डायनामाइट से उड़ा दिया और सारा सामान लूटपाट करने के बाद आग भी लगा दी थी।
उनके पुत्र व भाजपा नेता सुरेश साव कहते हैं कि उनके पिता ग्रामीणों के लिए हमेशा तत्पर रहते थे |वर्ष 1999 से नक्सलियों के आतंक से लोग दशहत में थे उस समय पुल – पुलिया बनने नहीं दिया जाता था | मेरे पिताजी के संघर्ष के बाद शांति आई व क्षेत्र का समुचित विकास हुआ। मेरे पिताजी बलदेव साव ने लोगों की जान बचाते बचाते उन्होंने अपनी जान दे दी, वे क्षेत्र मे अमन चैन लाना चाहते थे | आज भी इलाके के लोग श्रद्धा के साथ उन्हें याद करते हैं।
उनके पुत्र सुरेश साव ने कहा कि पिताजी का लगातार 20, 21 वर्षो से पुण्यतिथि मनाया जा रहा है जिसमें गरीब महिला, पुरुष के बीच हजारों धोती साड़ी वितरण और दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया जाता है।
श्री साव ने जानकारी देते हुए कहा कि 17 जुलाई को पीहरा स्थित निवास स्थान पर आदमकद प्रतिमा के समक्ष 21 वीं पुण्यतिथि का आयोजन किया जाएगा जिसमें मुख्य रूप से धनबाद लोकसभा के सांसद ढुलू महतो एवं पूर्व मंत्री, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय शामिल होंगे।